
रायगढ़। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में से एक महत्वपूर्ण योजना है ‘नलजल योजना’ जिसमें हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है किन्तु शासन की इस मंशा को मटियामेट करता ठेकेदार और उसके मिस्त्री मनमानी कर भ्रष्टाचार में मगन हैं। पूर्व में इस वरदहस्त प्राप्त ठेकेदार के ऊपर गड्ढे खोदने और पाइप फिटिंग के लिए अवैध उगाही के आरोप भी लगे हैं, परन्तु विभागीय अधिकारीयों के उदासीन रवैये ने इसके भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रखा है।
विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार तमनार विकासखंड के अंतर्गत ग्रामपंचायत भगोरा के आश्रित ग्राम केनानी बहाल में पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है जिसमें ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्राम सरपंच बिशन बड़ा के मना करने के बाद भी अमानक बालू से बेस को ढलाई कर दिया गया और कालम में भी एक एक हाथ की दूरी पर रिंग लगाकर,उसी बालू से ढलाई किया जा रहा था जिसे सरपंच ने कड़ाई पूर्वक उक्त कार्य को बंद करा दिया। सरपंच की माने तो मना किये जाने पर वहाँ कार्य कर रहे मिस्त्री द्वारा धमकी भी दिया जा रहा था। अब इसे दुस्साहस कहें या दबंगई जो गाँव के मुखिया को भी कुछ नहीं समझ रहा है और खुलेआम भ्रष्टाचार कर धौस दिखा रहा है। सवाल उठता है कि ये ठेकेदार आखिर किसके दम पर भाव दिखा रहा है? गुणवत्ताहीन निर्माण तथा अवैध उगाही पर कोई कार्यवाही न होना कहीं न कहीं इनकी मिलीभगत को उजागर करता है।