तहतक न्यूज/रायगढ़ > एक तरफ लोकसभा चुनाव और दूसरी तरफ शादियों का सीजन, आम जनता के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। चुनाव भी जरुरी है और शादियाँ भी जरुरी हैं। इन्हें किसी भी हालत में टाला भी नहीं जा सकता ऐसे में रिश्ते नातेदारों को वैवाहिक कार्यक्रमों में शामिल हो पाना असंभव सा हो गया है। दरअसल निर्वाचन कार्य के लिए अधिकांश यात्री बसों को अधिग्रहित कर लिया गया है जिसके चलते आवागमन के लिए लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यात्री ट्रेनें भी रद्द हैं या फिर लेट चल रही हैं। ऐसे में लोग समय पर पहुँच नहीं पा रहे हैं। यदि देर सबेर किसी तरह पहुँच भी गये तो वापसी में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गंतव्य तक पहुँचने के लिए लोगों को अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ रही है। टैक्सी अथवा ऑटो चालक यात्रियों की मजबूरी का नाजायज फायदा उठा रहे हैं। निर्धारित दर से कई गुना अधिक वसूली कर रहे हैं। जो संपन्न हैं, जिनके पास साधन है उन्हें तो कोई फर्क नहीं पड़ रहा लेकिन मध्यम और गरीब ग्रामीणों के लिए शादी व्याह जी का जंजाल साबित हो रहा है।