

तहतक न्यूज/रायगढ़, छत्तीसगढ़।
धन का लालच इतना खतरनाक होता है कि इसके वशीभूत होकर इंसान अपने ही परिवार का दुश्मन बन जाता है और ऐसी कुछ हरकत कर बैठता है, जिससे हँसता-खेलता संपन्न परिवार थाने और कचहरी के दहलीज पर आ जाता है तथा उसकी मान-प्रतिष्ठा दाँव पर लग जाती है। ऐसे ही एक पारिवारिक विवाद की बदसूरत तस्वीर रायगढ़ शहर में देखने को मिल रही है।
बता दें कि पूँजीपथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थापित बाँके बिहारी पावर एंड स्टील लिमिटेड तथा बाँके बिहारी इन्फ्राकाम प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े एक विवाद में कंपनी के निदेशक हरविलास अग्रवाल और उनके पुत्र पर हमला होने का मामला सामने आया है। विदित हो कि घटना 17 अगस्त 2025 को तेलीबांधा स्थित सृष्टि गार्डन (मकान नं. 11,12) में आयोजित की गई मीटिंग के दौरान हुई।
घटना के संबंध में हरविलास की मानें तो कंपनी के कुछ सदस्यों ने 17 अगस्त को बिना शेयरहोल्डर्स के सहमति व जरूरी दस्तावेजों के बैठक बुलाई गयी थी मीटिंग बुला ली। हरविलास और उनके पुत्र आयुष अग्रवाल उक्त बैठक में विरोध करने गए तो मयंक अग्रवाल, प्रतीक अग्रवाल, पवन अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल व अन्य उपस्थित लोगों ने उन्हें दरवाजा बंद कर उनसे दबाव पूर्वक सादे कागज व दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने को कहा, जिसका विरोध करने पर उन लोगों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और दोनों पिता-पुत्र के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि पवन अग्रवाल ने आयुष के पैरों पर दांतों से काटने की कोशिश की, जिससे आयुष के सिर व पैरों में चोटें आईं। दोनों का इलाज जिला अस्पताल पंडरी व रायगढ़ के अस्पतालों में किया गया। हरविलास ने बताया कि उन्होंने हमें जान से मारने की धमकी दी, यदि हम बाहर नहीं निकलते तो हमारी जान भी जा सकती थी। घटना के समय ड्राइवर श्रवण सिदार तथा आसपास के लोग भी मौजूद थे।

घटना की रिपोर्ट पीड़ित पक्ष ने 20 अगस्त 2025 को कोतरा थाना (रायगढ़) में दर्ज करवाई। शिकायत में आरोपियों के नाम और घटना के क्रम का ब्योरा दिया गया है। शिकायत में कंपनी के पंजीकृत कार्यालय (रायपुर, सृष्टि गार्डन मकान नंबर 11-12) और दोनों कंपनियों के निदेशकों हरविलास अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल, पवन अग्रवाल आदि का नाम उल्लेखित है। शिकायत में कहा गया है कि कुछ निदेशकों द्वारा बिना उचित कार्यवाही के और शेयरहोल्डर्स के अधिकारों की अनदेखी कर नियुक्तियाँ की जा रही थीं, जिसका विरोध किया गया था।
बहरहाल, पुलिस मामले की गंभीरता से जाँच कर रही है और जाँच के बाद ही पता चल पायेगा कि शहर के एक प्रतिष्ठित कंपनी के अंदरूनी विवाद का वास्तविक सच क्या है?