तहतक न्यूज/भिलाई।
प्रदेश में अब कानून सख्त हुआ। बीजेपी की साय सरकार में पहली बार यूपी के योगी राज के तर्ज पर अपराध और अपराधियों का खात्मा करने कानून ने कमर कस लिया है।
आपको बता दें कि आतंक का पर्याय कुख्यात गैंगस्टर अमित जोश पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। अमित 25 व 26 जून की दरमियानी रात सुनील यादव, आदित्य सिंह और रमन दीप तीनों पर फायरिंग की थी जिसमें सुनील यादव और आदित्य सिंह बुरी तरह घायल हो गये थे। अमित जोश के साथ उसके तीन साथी यशवंत नायडू, अंकुर शर्मा और सागर बाघ उर्फ डॉगी भी शामिल थे।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गोलीकांड की वारदात को अंजाम देकर अमित जोश फरार चल रहा था। अमित के खिलाफ उगाही, हत्या, लूटपाट, मारपीट, हाफ मर्डर जैसे अपराध के तीन दर्जन मामले विभिन्न थानों में पंजीबद्ध हैं। क्राइम ब्रांच की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। इस बीच अमित अपने रिश्तेदारों से मिलने, चोरी-छिपे भिलाई आया हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आयी और पीछा करते हुए भिलाई में सिविक सेंटर इलाके पहुँची जहाँ जयंती स्टेडियम जाने वाले मार्ग पर गैंगस्टर अमित से मुठभेड़ हो गयी। पुलिस को देखते ही वह बाईक से कूद कर फायर करते हुए भागने लगा। अपने बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की जिससे उसके पैर में गोली लगी, गोली लगने के बावजूद भी वह फायर करता रहा। इस बीच पुलिस की जवाबी कार्यवाई में उसके कमर पर गोली लगी और वहीं ढेर हो गया। पुलिस घटना स्थल की बारीकी से जाँच कर आगे की कार्यवाही में जुटी हुई है।
बहरहाल पुलिस एनकाउंटर में अमित जोश के मारे जाने के बाद जहाँ उसके गुर्गों और अन्य गुंडे-बदमाशों में खलबली मच गयी है तो वहीं आम नागरिकों के चेहरे पर राहत के भाव देखे जा सकते हैं।