💥फर्जी उत्कृष्टता का सम्मान प्राप्त सरपंच की निकृष्टता उजागर करने पर बौखलाया सरपंच…!
💥गलियों में कीचड़, बजबजाती नालियाँ, बदबूदार वातावरण रखना, सीईओ की नजर में उत्कृष्ट कार्य..?
तहतक न्यूज/मंगलवार/27अगस्त 2024/बालोद.
प्रदेश में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार, मारपीट, अश्लील गाली-गलौच, जान से मारने की कोशिश या धमकी तथा साजिश रच झूठे मामले में फँसाने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसी क्रम में हरिभूमि समाचार पत्र के संवाददाता व लोक किरण के जिला ब्यूरोचीफ असवन कुमार साहू के साथ गाली-गलौच, झूमा-झपटी और मारपीट की कोशिश जैसी घटना प्रकाश में आयी है।
बालोद के ग्रामपंचायत बोरी का एक आश्रित ग्राम है परसाही जहाँ के निवासी गन्दगी और कीचड़ से भरे गलियों में चलने को मजबूर हैं। यहाँ के पंच सरपंच और सचिव की निष्क्रियता से पूरा गाँव जहाँ नालियों के बदबू भरे वातावरण से परेशान है तो वहीं गाँव की कच्ची गलियां कीचड़ से सराबोर हैं। ग्रामीण जनता की इन्हीं सब समस्याओं को लेकर जब पत्रकार असवन कुमार साहू ने अपने अखबार में इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया तो ग्राम सरपंच भूपेंद्र साहू बौखला गया और असवन कुमार के साथ झूमा-झपटी कर माँ-बहन की गाली देते हुए डंडे से मारने की कोशिश की।
सरपंच भूपेंद्र साहू के इस दुष्कृत्य पर पत्रकार असवन कुमार जो कि पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ बालोद के जिला उपाध्यक्ष भी हैं, अपने संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर थाने में उक्त सरपंच के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराया है। बहरहाल पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराएं 298 व 351(2) के तहत मामला दर्ज कर अपने संज्ञान में ले लिया है और उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
उपरोक्त घटनाक्रम के तह तक जाकर देखें तो ग्राम वासियों के कथन और गलियों की बदहाल स्थिति जहाँ सरपंच की निष्क्रियता को चीख-चीख कर बयाँ कर रही है तो वहीं सरपंच की बौखलाहट भरी नीच हरकत, कहीं न कहीं भ्रष्टाचार में उसकी संलिप्तता की ओर इशारा कर रही है। आपको बता दें कि एक खबर के अनुसार जनपद सी.ई.ओ.ने न जाने इनका ऐसा कौन सा जनहित का सराहनीय कार्य देखा जोकि 15अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। यह तो सोचने वाली बात है कि जिस गाँव की गलियों में लोगों का चलना मुश्किल हो रहा हो, नालियाँ बजबजा रही हों, घरों में नाली का गन्दा पानी घुस रहा हो ऐसे गाँव के सरपंच सचिव को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा सम्मानित करना.. कुछ न कुछ गड़बड़झाला जरूर है। सवालों के कटघरे में अब तो सी.ई.ओ. भी नजर आ रहा है..?
💥पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ जिला इकाई रायगढ़, अपने पत्रकार साथी असवन कुमार के साथ हुए दुर्भावनापूर्ण घटना की निंदा करते हुए निष्पक्ष जाँच कर यथोचित न्याय की माँग करता है।💥