
तहतक न्यूज/रायगढ़।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2025 के तहत रायगढ़ यातायात पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान को और सशक्त बनाने की दिशा में कई प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें गाँव-गाँव जा कर शासकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के बीच यातायात के नियमों और सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के उपायों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है।

यातायात पुलिस छात्रों को सड़क सुरक्षा के बुनियादी नियम, हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग की अनिवार्यता, और सड़क पर सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दे रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नई पीढ़ी को जिम्मेदार और सतर्क नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना बताया जा रहा है।

इसके साथ ही, जिला मुख्यालय में संचालित सभी ऑटो वाहनों पर यातायात जागरूकता से संबंधित फ्लेक्स बैनर भी लगाया गया है, इन बैनरों के माध्यम से आम जनता तक सुरक्षित यातायात का संदेश पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
यातायात पुलिस चौक- चौराहों पर पेट्रोलिंग वाहनों के पीए सिस्टम के जरिए वाहन चालकों और आम नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने की भी अपील कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस का यह अभियान रायगढ़ में सुरक्षित यातायात संस्कृति को बढ़ावा देने और सड़क पर हो रहे हादसों को कम करने के उद्देश्य से निरंतर जारी रखा जायेगा।
फिलहाल यातायात पुलिस का जन हित में उठाया जा रहा यह कदम निःसंदेह स्वागत योग्य है और आम जन मानस को यातायात नियमों का मन ही नहीं दिल से भी पालन करना चाहिए। वर्तमान परिदृश्य में सड़क हादसों की रोज-रोज जो नई तस्वीरें सामने आ रही हैं उसके वास्तविक कारणों के तह तक जाकर देखा जाय तो यातायात पुलिस का यह प्रयास तब तक अधूरा है जब तक ओवर स्पीड, ओवर लोडिंग और ड्रंक एंड ड्राइव को लेकर ड्राइवरों, खलासियों और ट्रांसपोर्टरों के बीच कोई कार्यक्रम नहीं बनाती। इतना ही नहीं, सड़कों का जिम्मा लोक निर्माण विभाग के ऊपर है, यातायात पुलिस सड़कों के बेतरतीब मरम्मत, पुलियों के बरसों से टूटे पड़े रेलिंग और सुरक्षित यातायात संबंधित संकेतक बोर्डों के अभाव पर विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच कोई कार्यक्रम क्यों नहीं बनाती? विगत सालों में प्रति वर्ष “सड़क सुरक्षा सप्ताह” मनाया करते थे अब इस साल से “सड़क सुरक्षा माह” मनाया जा रहा है। सवाल उठता है कि पहले हप्ता भर अब महीना भर..!
पूरे साल यातायात नियमों को क्यों नहीं मनाया जा सकता?
सड़क सुरक्षा को लेकर यातायात पुलिस वास्तव में गंभीर है तो आम जनता को जागरूक करने के साथ ही साथ सड़क से जुड़े हर उन तत्वों के बीच कार्यक्रम बनाये तो सकारात्मक परिणाम जरूर सामने आएंगे क्योंकि जान सबको प्यारी है। जीना हर कोई चाहता है मुआवजा नहीं।


