💥 अदानी थर्मल पावर रायगढ़ जनहित मापदंड से परे सभी मिलकर विस्तार का करें विरोध – पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मनीषा गोंड।
💥 अदानी पावर ने विकास के नाम पर हर स्तर पर प्रभावितों को ठगा – मनीषा गोंड।
💥विकास के नाम पर किसानों को बदहाल कर कॉर्पोरेट जगत हो रहा मालामाल..!
तहतक न्यूज/सूपा भंडार। रायगढ़ जिले में उद्योगों का विस्तार या स्थापना, दैनिक रोजमर्रा का रूप ले चुकी है जोकि पर्यावरण पर सबसे गहरा प्रभाव डाल रही है। इसी क्रम में पुसौर ब्लॉक के टेंडा सूपा भंडार क्षेत्र में स्थित अदानी पावर की जन सुनवाई आगामी 12 जुलाई को प्रस्तावित है जो पूरी तरह अवैधानिक है। उक्त बातें पूर्व विधानसभा प्रत्याशी एवं आदिवासी नेत्री मनीषा गोंड ने कहा साथ ही बताया की यदि इस तरह उद्योग विस्तार होता रहा तो प्रदूषण की मार झेल रही जिले के नागरिकों का रायगढ़ में सांस लेना भी मुश्किल हो जायेगा।
उन्होंने यह भी कहा की उक्त प्लांट में पहले से पावर यूनिट होने के बावजूद पुनः उसे और कई गुना विस्तार करने से और अधिक प्रदूषण बढ़ेगा साथ ही इससे निकलने वाले वाष्प कैमिकल से श्वास वायु जहरीले हो जायेंगे जिसका प्रभाव जीव-जंतु सहित पूरे मानव जीवन पर भी पड़ेगा।
यही नहीं मनीषा ने बताया कि प्लांट विस्तार से स्थानीय लोगों का भला किया जाना केवल कागजों पर ही सीमित है जबकि क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर यहीं के लोगों को ठगा जा रहा है।
यह प्लांट महानदी के किनारे स्थित है, जो पहले से ही प्रदूषण की मार झेल रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस विस्तार से नदी के जल का अधिक उद्योग उपयोग से जल संकट बढ़ेगा, इससे दर्जनों गांव में जल स्तर में भी कमी आयेगी जो चिंतनीय है। मनीषा ने यह भी बताया जिस प्रकार से रायगढ़ जिले में प्लांटों के विस्तार के लिए जनसुनवाई किया जा रहा है वह रायगढ़ वासियों के लिए जीवन में जहर घोलने से कोई कम नहीं है जिस प्रकार से लगातार जनसुनवाई किया जा रहा है वह आने वाले समय में रायगढ़ वासियों के सामाजिक और प्राकृतिक जीवन पर काफी प्रतिकूल प्रभाव डालेगा जिस प्रकार से दिनोदिन वातावरण का तापमान 48 डिग्री के पार हो रहा है आदमी का जीना मुश्किल होते जा रहा है और वो दिन दूर नहीं जब प्रकृति का तापमान को 50 डिग्री से ऊपर जायेगा। रायगढ़ में इसी तरह से प्लांटों का विस्तार होने से मानव का जीवन कितना विषैला होगा उसका तो आकलन भी नहीं लगा सकते। प्लांटों के द्वारा EIA रिपोर्ट का भी पालन नहीं किया जाता है , झूठी EIA रिपोर्ट बनाके जनसुनवाई को सफल करा लिया जाता है।
यही नहीं मनीषा ने यह भी बताया की ग्रामीण इस विस्तार का विरोध करने की तैयारी में हैं, उनका कहना है कि कुछ दलाल नुमा लोग प्रबंधन से मोटी रकम लेकर ग्रामीणों को बहकाने की कोशिश कर रहे हैं। ये दलाल विरोध को कमजोर करने के लिए शाम, दाम, दण्ड, भेद की नीति अपना रहे हैं और लोगों की खरीद फरोख्त करने में लगे हुए हैं परंतु हम उनके मंसूबे को कामयाब होने नही देंगे और ग्रामीणों के साथ मिलकर इस लड़ाई को जन आंदोलन देने में कोई कसर नही छोड़ेंगे। अंत में सभी स्थानियों को जनसुनवाई के विरोध करने अपील करते हुए उनके साथ हरसंभव आंदोलन में साथ रहने तक की बात कही है।