
तहतक न्यूज/रायगढ़, छत्तीसगढ़।
सर्प का नाम सुनते ही मन में भय व शरीर में सिहरन सी पैदा होने लगती है, फिर भी लोग असावधान रहते हैं और सर्पदंश के शिकार हो जाते हैं। आज पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद भी सर्पदंश से लोगों की अकाल मौतें हो रही हैं। ऐसी ही एक घटना में रक्षाबंधन के मौके पर जब एक बहन भाई के कलाई में राखी बाँधने अपने पति के साथ मायके आयी थी, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। रक्षाबंधन त्यौहार की खुशियाँ उस वक्त मातम में बदल गई जब पत्नी के साथ ससुराल आये दामाद की सर्पदंश से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रक्षाबंधन त्यौहार के अवसर पर तमनार के ग्राम डोलेसरा निवासी मनबोध तिग्गा अपनी पत्नी को लेकर उसके मायके ग्राम ननसिया पहुँचा था। शनिवार को दिन में राखी का त्यौहार मनाने के बाद रात में सभी सो रहे थे तभी देर रात गहरी नींद में सोये मनबोध को जहरीले सर्प ने डस लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। पता चलते ही परिजनों ने गंभीर हालत में उसे अस्पताल लाया जहाँ चिकित्सकों के अथक प्रयास के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया।
यह कैसी विडम्बना है कि भाई-बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन के पावन त्यौहार के दिन अपने प्यारे भाई को राखी बाँधने पति के साथ मायके आयी बहन का सुहाग ही उजड़ गया? इस ह्रदयविदारक दुःखद घटना की टीस अब दोनों परिवार के लिए हमेशा के लिए रह जाएगी। बड़े-बुजर्ग कहा करते हैं जब मौत आती है तो दबे पाँव आती है अतः हमें आज के भागम-भाग की जिंदगी में हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता है। लापरवाही या विलम्ब कभी भी भारी पड़ सकती है।