
तहतक न्यूज/ लैलूंगा-रायगढ़/छत्तीसगढ़।
घरघोड़ा-लैलूंगा मार्ग के बीच रेगड़ी गांव में मंगलवार रात एक भयानक हादसा हो गया, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। इस घटना से भोपाल गैस त्रासदी की याद ताजा हो गयी।
दरअसल, एक तेज़ रफ्तार बाइक की भिड़ंत से लिक्विड गैस टैंकर दुर्घटना ग्रस्त हो गयी, जिससे उसमें भरा खतरनाक हाइड्रोक्लोरिक एसिड लीक होने लगा। जहरीले गैस के रिसाव से वहाँ का वातावरण इतना दूषित हो गया कि लोगों के आँखों में जलन और सिर में दर्द होने लगा। दम घुटने जैसा महसूस होने लगा तो लोग दहशत में आ गये। आक्रोशित ग्रामीणों ने सुबह चक्का जाम किया और डॉक्टरों की मांग की। लैलूंगा तहसीलदार शिवम पांडे के आश्वासन पर प्रदर्शन कुछ देर के लिए शांत हुआ, लेकिन शाम तक टैंकर नहीं हटाने पर ग्रामीणों ने पुनः चक्काजाम कर दिया।

बताया जा रहा है कि गैस रिसाव के चलते गाँव के जल स्रोत भी प्रभावित हो गये हैं, जिसकी वजह से आशंकित लोग जल का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। लोगों के घरों में चूल्हा तक नहीं जला। बच्चों और बुजुर्गों की तबियत खराब होने लगी, लेकिन राहत और बचाव के लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं हुई। गांव वालों की मानें तो हादसे के कई घंटे बीत जाने के बाद भी टैंकर नहीं हटाया गया और ना ही गैस रिसाव को रोकने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया। प्रशासन की घोर लापरवाही और उदासीन रवैये से नाराज ग्रामीणों ने पुनः चक्का जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की।

आखिर में कंपनी से बात की गयी तो एसिड को दूसरे टैंकर में शिफ्ट करने का आश्वासन दिया गया। रायगढ़ में टैंकर उपलब्ध नहीं होने पर रायपुर से टैंकर मंगाया गया और गैस रिसाव को बंद किया। इस बीच शाम को स्वास्थ्य विभाग की टीम एम्बुलेंस के साथ मौके पर पहुँची और प्रभावित लोगों की जाँच की।

बात करें उपरोक्त घटना की तो ऐसे जहरीले और खतरनाक रसायन के परिवहन में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और घटना पश्चात् राहत व बचाव में विलम्ब होना जिम्मेदारों की घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है। जहाँ खतरनाक और गंभीर स्थिति से निपटने के लिए तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए, वहाँ आम जनता को धरना व चक्काजाम कर ध्यानाकर्षण करना पड़ रहा है, यह बेहद ही शर्मनाक व गंभीर चिंता का विषय है।