💥धर्मान्तरण व्यक्ति विशेष ही नहीं वरन पूरे समाज को निशाना बनाता है।
💥धर्मान्तरण के खिलाफ देश भर में करेंगे पदयात्रा।
💥 जल्द होगी जशपुर और बस्तर में कथा वाचन, शास्त्रीजी ने की घोषणा।
तहतक न्यूज/कांकेर।
छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और इस पर रोक लगाने शासन-प्रशासन और हिन्दू संगठन प्रयासरत हैं लेकिन परिणाम निराशाजनक हैं। पूरा सिस्टम असहाय व असफल नजर आ रहा है।
भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह कर लालच देते हुए धर्म परिवर्तन कराये जाने को लेकर बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने रविवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर में धर्मांतरण को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने इसे नक्सलवाद से भी बड़ा खतरा बताया है। धीरेन्द्र शास्त्री के अनुसार, नक्सलवाद सिर्फ व्यक्ति विशेष को प्रभावित करता है, लेकिन धर्मांतरण पूरे समाज को निशाना बनाता है। इसे रोकना बेहद जरूरी है। पंडित शास्त्री ने कहा कि वे धर्मांतरण के खिलाफ देशभर में पदयात्रा करेंगे, ताकि लोगों को इसके खतरों के बारे में जागरूक किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने जल्द ही बस्तर और जशपुर में कथावाचन करने की योजना की भी घोषणा की है।
पंडित शास्त्री ने पत्रकारों से बात करते हुए छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों में धर्मांतरण के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “इन क्षेत्रों में भोले-भाले आदिवासियों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि जहां दूसरे धर्मों में एकजुटता है, वहीं हिंदू समाज में एकजुटता की कमी है। इसी एकजुटता को स्थापित करने के लिए वे प्रयासरत हैं।
उन्होंने मिशनरी स्कूलों में बच्चों को भेजने की बजाय गुरुकुल शिक्षा पद्धति को अपनाने की बात पर भी जोर दिया। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के कार्यक्रम के दौरान ग्यारह परिवारों ने मिशनरी धर्म छोड़ हिन्दू धर्म में वापसी की।