
तहतक /रायगढ़।
आजकल की युवा पीढ़ी को न जाने क्या हो गया है कि वे एक दूसरे के ऊपर धौंस जमाने के फेर में जेल तक की हवा खाने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसे लगता है जैसे उन्हें पुलिस और कानून का जरा भी भय नहीं है। ऐसी ही एक घटना में मामूली सी बात पर एक युवक ने दूसरे युवक पर धारदार हथियार से वार कर घायल कर दिया।
दरअसल, 6 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा के दिन शहर के इंदिरानगर चौक में डीजे बजाने की बात को लेकर जगन्नाथ सिंह और सुमित माली उर्फ पाजी के बीच विवाद हो गया। सुमित माली ने ‘बहुत होशियार बन रहा है ‘कहते हुए माँ-बहन की गालियाँ दी। मना करने पर सुमित ने जान से मारने की धमकी देते हुए अपने पास रखे धारदार हथियार से हमला कर दिया जिससे जगन्नाथ के हाथ में गंभीर चोट आई है। मामले में कोतवाली पुलिस ने शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी सुमित माली को गिरफ्तार कर लिया है।
फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी से पीड़ित और परिजनों ने राहत की साँस ली है लेकिन छोटी-मोटी बातों को लेकर इस प्रकार हो रहे जानलेवा हमले से दहशत का माहौल पैदा हो रहा है। लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं जोकि गंभीर चिंता का विषय बन गया है। मामूली विवाद पर हो रहे गंभीर आपराधिक घटनाओं के तह तक की बात करें तो आधुनिक युवा पीढ़ी के अधिकांश युवा नशे की आगोश में हैं। हर आयोजन में चाहे वो सामाजिक हो या धार्मिक, नशा पान करना उनके लिए एक फैशन हो गया है। नशे की झोंक में ये आपा खो बैठते हैं और न चाहते हुए भी घटना को अंजाम दे देते हैं। भले ही बाद में गुड़ में चिपके मक्खी की तरह क्यों न हाथ मलना और सिर धुनना पड़े। पुलिस और कानून तो अपना काम करती है, अपराधियों को सजा भी मिलती है लेकिन इसे विडम्बना ही कहेंगे कि अपराध कम होने के बजाय और बढ़ते जा रहे हैं। जरुरत है बहकते युवा वर्ग को सही रास्ते पर लाने की और यह कार्य उनके अभिभावक से बेहतर और कौन कर सकता है?