Subscribe
tahtaknews.com
  • राष्ट्रीय
  • छत्तीसगढ़
  • रायगढ़ न्यूज
  • क्राईम न्यूज
  • आसपास
  • राजनीतिक
  • मनोरंजन
  • विविध
Facebook Twitter Youtube Whatsapp
Breaking News
सीएम के हस्तक्षेप से रद्द हुआ स्वास्थ्य विभाग का तुगलकी फरमान
बी.एस.स्पंज आयरन में क्रेन ऑपरेटर की अप्रत्याशित मौत, कंपनी ने दिया असंवेदनशीलता का परिचय
जिंदल कंपनी की बढ़ी मुश्किलें, ग्रामीणों ने की आर्थिक नाकेबंदी, थम गये ट्रकों के पहिये
सावधान! दूर रहें फेसबुकिया मित्रों से, फँस सकते हैं हनीट्रैप के चक्कर में
मेरीन ड्राइव के लिए तोड़-फोड़ के विरोध में हुआ जमकर हंगामा, प्रभावितों के पक्ष में विधायक ओपी की सार्थक पहल
सीएम के हस्तक्षेप से रद्द हुआ स्वास्थ्य विभाग का तुगलकी फरमान
बी.एस.स्पंज आयरन में क्रेन ऑपरेटर की अप्रत्याशित मौत, कंपनी ने दिया असंवेदनशीलता का परिचय
जिंदल कंपनी की बढ़ी मुश्किलें, ग्रामीणों ने की आर्थिक नाकेबंदी, थम गये ट्रकों के पहिये
सावधान! दूर रहें फेसबुकिया मित्रों से, फँस सकते हैं हनीट्रैप के चक्कर में
मेरीन ड्राइव के लिए तोड़-फोड़ के विरोध में हुआ जमकर हंगामा, प्रभावितों के पक्ष में विधायक ओपी की सार्थक पहल
tahtaknews.com
Facebook Twitter Youtube X-twitter Whatsapp
Search
सीएम के हस्तक्षेप से रद्द हुआ स्वास्थ्य विभाग का तुगलकी फरमान
बी.एस.स्पंज आयरन में क्रेन ऑपरेटर की अप्रत्याशित मौत, कंपनी ने दिया असंवेदनशीलता का परिचय
जिंदल कंपनी की बढ़ी मुश्किलें, ग्रामीणों ने की आर्थिक नाकेबंदी, थम गये ट्रकों के पहिये
सावधान! दूर रहें फेसबुकिया मित्रों से, फँस सकते हैं हनीट्रैप के चक्कर में
मेरीन ड्राइव के लिए तोड़-फोड़ के विरोध में हुआ जमकर हंगामा, प्रभावितों के पक्ष में विधायक ओपी की सार्थक पहल
tahtaknews.com
Facebook Twitter Youtube X-twitter Whatsapp
Made by ThemeRuby using the Foxiz theme Powered by WordPress
tahtaknews.com > Blog > आसपास > जनगोष्ठी छत्तीसगढ़ समाज ने राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

जनगोष्ठी छत्तीसगढ़ समाज ने राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

Pancham Singh Thakur By Pancham Singh Thakur 25 September 2024 3 Min Read
Share

तहतक न्यूज/बुधवार 25 सितम्बर 2024/रायगढ़।
भारत की चौवालिस जनगोष्ठियों में से एक छत्तीसगढ़ी समाज ने अपने नौ सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर रायगढ़ को एक ज्ञापन सौंपा है।
रायगढ़ के मिनी स्टेडियम में बड़ी संख्या में उपस्थित हो कर छत्तीसगढ़ समाज के लोगों ने धरना प्रदर्शन कर अपने इस नौ सूत्रीय माँग को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक संकट से स्थायी निदान की महा औषधि बताया है। तो चलिए हम बिंदुवार आपको बताते हैं कि वो महा औषधि क्या है?

  1. कृषि को उद्योग का दर्जा देकर उद्योगपतियों की तरह किसानों को भी अपने उत्पाद पर लागत खर्च जोड़ कर दाम तय करने का अधिकार दिया जाय।
  2. कृषि आधारित कृषि सहायक तथा अन्य संसाधनों पर छत्तीसगढ़ के लोगों द्वारा ही सहभागिता के आधार पर संचालित करने का अधिकार दिया जाय।
  3. छत्तीसगढ़ के संसाधनों को कच्चे माल के रूप में बाहर ले जाने से रोकने का कानून बनाया जाय।
  4. छत्तीसगढ़ की मातृभाषा छत्तीसगढ़ी को इस राज्य की पढ़ाई-लिखाई एवं कामकाज की भाषा बनाई जाय।
  5. जन प्रतिनिधियों को मिलने वाले वेतन, पेंशन के अलावा अन्य क्षेत्रों में उनके हस्तक्षेप को समाप्त किया जाय।
  6. शिक्षा और चिकित्सा निजी हाथों से मुक्त कराकर इसे सभी के लिए सभी स्तर तक बिल्कुल मुफ्त किया जाय।
  7. नशा, अश्लीलता और भोगवाद को बढ़ावा देने वाले सिनेमा, धारावाहिक, गीत, संगीत, नृत्य, विज्ञापन और इंटरनेट आदि पर रोक लगा कर नैतिक मूल्यों पर आधारित चीजों को प्रसारित किया जाय।
  8. मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले को छत्तीसगढ़ राज्य में शामिल किया जाय।
  9. प्रत्येक व्यक्ति को क्रय क्षमता हासिल करने की संवैधानिक गारंटी मिलने का कानून बनाया ।
    जन गोष्ठी छत्तीसगढ़ समाज के अनुसार पूरे भारत वर्ष में अधिवास करने वाली चौवालिस प्रमुख जन गोष्ठियां हैं जैसे — मगध, मिथिला, भोजपुरी, अंगिका, अवध, बुंदेलखंड, कोसल, उत्कल, बृज, हरियाणवी, पंजाबी, डोगरी, हड़ौती, कठियावाड़ी, विदर्भ, सहयाद्री, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तुलु, कोंकण, तैलांगना, आंध्र, बंगाल, असमिया, बोरो, मालवा, कश्मीरी, सौराष्ट्र, गुर्जर, पहाड़ी, रायलसीमा, सिरकार, छत्तीसगढ़, बघेली, मेवाड़ी, मारवाड़, किनौरी, सिरमौरी, गढ़वाली, कुमायनी, लेपचा, भूटिया और नागपुरिया।

  1. छत्तीसगढ़ समाज की मानें तो पूर्व में जन गोष्ठियों की आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था इतना सुदृढ़ और मानवतावादी था कि इसके रहते पूंजीवादी व्यवस्था को पैर पसारना संभव नहीं था। जन गोष्ठियों की परंपरा में अर्थ व्यवस्था का स्वरुप विकेंद्रित होता है जबकि पूंजीवादी व्यवस्था में अर्थ व्यवस्था का स्वरुप केंद्रित होता है। आज जो विषमता, गरीबी, बेरोजगारी, नैतिक पतन, अपसंस्कृति. आदि सर्वत्र देखने को मिल रहा है, इसका एक ही कारण है जन गोष्ठियों की उपेक्षा और पूंजीवादी व्यवस्था को बढ़ावा दिये जाने की नीति।
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram
Previous Article आठ करोड़ की ठगी की मास्टरमाइंड महिला पाँच साल बाद आई पुलिस के शिकंजे में…।
Next Article रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने पत्रकार से की बदसलूकी
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

खबरें और भी ...

संवेदनहीन वैदिक इंटरनेशनल स्कूल का, फिर सामने आया घिनौना चेहरा

आसपास

रोटरी क्लब ऑफ रायगढ़ रॉयल की शानदार पहल – “हैप्पी स्कूल प्रोजेक्ट”

आसपास

चीख रही धरती, कराह रहा आसमान,फिर भी नहीं चेत रहा धन लोलुप इंसान

आसपास

ग्राम पंचायत लाखा में हुई साप्ताहिक बाजार की शुरुआत

आसपास
tahtaknews.com
TahTakNews.com तह तक न्यूज हिन्दी समाचार न्यूज पोर्टल है, पोर्टल में भारत के कई राज्य की खबरों को प्राथमिकता के साथ प्रकाशित की जाती है, साइड के कुछ तत्वों के द्वारा उपयोगकर्ता के द्वारा किसी प्रकार के फोटो वीडियो सामाग्री के लिए चैनल जिम्मेदार नहीं होगा, प्रकाशित खबरों के लिए संवाददाता या खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा।

Owner : pancham singh thakur​

Mobile : 8349670003
office : beladula kharraghat chowk Raigarh CG 496001
Email : panchamsinghthakur109@gmail.com


सीएम के हस्तक्षेप से रद्द हुआ स्वास्थ्य विभाग का तुगलकी फरमान
शहर के अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर कोतवाली पुलिस ने 4 व्यक्तियों को सट्टा पट्टी लिखते पकड़ा
एसईसीएल छाल में चल रही ब्लास्टिंग अधिकारी की मनमानी, किसी समय कर रहे ब्लॉस्टिंग
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?