✳️झलमला जोन अंतर्गत 10 संकुलों से 70 शिक्षकों को किया गया प्रशिक्षित
तहतक न्यूज/पुसौर :- पुसौर विकास खण्ड अंतर्गत आने वाले सभी शासकीय स्कूलों के प्राथमिक शालाओं में पढ़ाने वाले शिक्षकों को FLN प्रशिक्षण हेतु एस. सी. ई.आर. टी. रायपुर के दिशा निर्देश तथा डाइट धरमजयगढ़ प्राचार्य अनिल पैकरा के आदेशानुसार एवं विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार पटेल एवं विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक शैलेन्द्र कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन से विकास खण्ड पुसौर में तीन अलग अलग जोन में यह प्रशिक्षण चलाया गया, जिसका प्रथम चरण दिनांक 11/06/2024 से 14/06/2024 तक सफल संचालन रहा तथा उसी का द्वितीय चरण दिनांक 28/06/2024 से जोन झलमला में चली आ रही प्रशिक्षण का आज दिनांक 02/07/2024 को मिडमिडा हाई स्कूल में समापन किया गया। इस प्रशिक्षण मे झलमला जोन अंतर्गत दस संकुलों के शिक्षक सम्मिलित हो रहे थे जिसमे झलमला, मिडमिडा, रेंगलपाली, छपोरा, महलोई, कोड़पाली, डूमरमुड़ा, गढ़उमरिया, सोंडेकेला, एवं छातामुरा के संकुलों से 70 शिक्षकों ने बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान का प्रशिक्षण प्राप्त किया , उक्त प्रशिक्षण को डाइट धरमजयगढ़ से प्रशिक्षित होकर आए DRG मनोज कुमार पंडा, मायाराम गुप्ता एवं हीरालाल सिदार तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से सुश्री रिया मैम और ऋषभ द्वारा दिया गया । उक्त प्रशिक्षण में विशेष सहयोग रहा मिडमिडा हाई स्कूल के प्राचार्य श्रीमती अजीता लकड़ा एवं झलमला हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्य कामता नाथ तिवारी का जिन्होने दोनो ही प्रशिक्षण में उपस्थित होकर विशेष सहयोग देते हुए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किए,प्राचार्य कामता नाथ तिवारी द्वारा अपनी उद्बोधन में सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण में बताए गए गतिविधियों को अपने विद्यालय में बच्चों को बताते हुए FLN को शत् प्रतिशत सफल बनाने हेतु अपनी मधुर वाणी से प्रेरित करते हुए सभी शुभकामनाएं दिए। साथ में विशेष सहयोग रहा संकुल शैक्षिक समन्वयक संकुल केन्द्र मिडमिडा प्रहलाद कुमार पटेल, संकुल शैक्षिक समन्वयक संकुल केन्द्र झलमला संजय कुमार टोप्पो ,संकुल शैक्षिक समन्वयक संकुल केन्द्र गढ़उमरिया मुरलीधर गुप्ता, एवं मिडमिडा हाई स्कूल के स्टाफ का भी विशेष सहयोग रहा।
इस बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान प्रशिक्षण में सिखाया गया की प्राथमिक शालाओं में छोटे बच्चों को किस प्रकार से उन्हें मूलभूत साक्षरताओं का ज्ञान प्राप्त हो जाय, इस पर विशेष कर भाषा ज्ञान, गणितीय अवधारणा , बिग बुक, एनसीएफ, नवा जतन,जादुई पिटारा जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते हुए गतिविधि आयोजित किया गया। जिसमे सभी प्रशिक्षार्थियों ने गंभीरता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रशिक्षण को सफल बनाते हुए अपने कर्तव्यों एवं जिम्मेदारियों का परिचय दिया ।