
✍🏻धड़ल्ले से चल रहे हाईवे पर खटारा वाहन।
✍🏻बीएस – 6 के जमाने में काला धुआँ छोड़ रहे वाहन।
✍🏻 न ब्रेक लाइट जलते हैं और ना ही पार्किंग लाइट।
तहतक न्यूज/रायगढ़। जनहित के मुद्दों से सम्बंधित प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सवालों को प्रमुखता से प्रकाश में लाने वाली “तहतक न्यूज” की टीम ने जब सड़क दुर्घटनाओं के पीछे छिपे कारणों के तह तक जाकर हकीकत को उजागर किया तो यातायात पुलिस ने इसे स्वयं संज्ञान में लेते हुए अपनी चल रही रूटीन कार्यवाही में और कसावट लाते हुए बीते दिनों रायगढ़-पूँजीपथरा हाईवे में ओवर लोडिंग पर 44,000 की चालानी कार्यवाही की। लगातार चल रहे चेकिंग अभियान में दूसरे दिन शराब पी कर वाहन चलाते पकड़े गये 14 वाहन चालक समेत 34 वाहन चालकों पर कार्यवाही की गयी जिसमें 18 वाहन चालकों से 65,000 रुपयों का चालान काट समन वसूली की गयी। इस प्रकार यातायात पुलिस की सघन और ताबड़तोड़ कार्यवाही से जहाँ यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों में हड़कंप मच गया है तो वहीं आम जनता राहत की साँस ले रही है।
एक तरफ यातायात पुलिस जिस मुस्तैदी से अपना कर्तव्य निभा रही है, वहीं परिवहन विभाग में उदासीनता छायी हुई है। जिले की सड़कों में ऐसे दर्जनों वाहन दौड़ रहे हैं जो फिटनेस के मापदंडों पर खरे नहीं उतरते। आज आधुनिक टेक्नोलॉजी बीएस-6 के जमाने में साइलेंसर से काला धुआँ छोड़ते और ध्वनि प्रदूषण फैलाते खटारा वाहन हाईवे पर देखने को अक्सर मिल ही जाते हैं। खराब होने पर ऐसे वाहनों को जहाँ-तहाँ खड़े कर देते हैं। इनमें पार्किंग अथवा ब्रेक लाइट नहीं जलने से रात में पीछे से आने वाले वाहन चालक देख नहीं पाते और टकरा कर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इतना ही नहीं, सड़क किनारे बिगड़े वाहन के आस-पास पत्थर रख देते हैं और गाड़ी बन जाने के बाद वहाँ रखे पत्थर को वैसे ही छोड़ जाते हैं जोकि बाइक सवारों के लिए बेहद खतरनाक होता है। इस प्रकार छोटी सी लापरवाही किसी के मौत का कारण बन जाती है।
अगर परिवहन विभाग भी लगन और मुस्तैदी से अपनी जिम्मेदारी निभाए तो कई बेकसूरों को मौत के मुँह में जाने से बचाया जा सकता है।