
तहतक न्यूज/गोड़म-सारंगढ़-बिलाईगढ़, छत्तीसगढ़।
पाँच सौ वर्षों की लम्बी प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम लला के भव्य मंदिर निर्माण से जहाँ सम्पूर्ण जगत राममय हो गया है, वहीं पूरे देश में हिंदू एकता व सनातन संस्कृति के प्रति लोगों में जागरूकता और श्रद्धा में निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में ग्राम गोड़म में भव्य विराट हिन्दू सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में सनातनी महिला व पुरुषों ने भाग लिया तथा 140 धर्मान्तरित बन्धुओं की सनातन धर्म में वापसी हुई।

पान, पानी और पैलगी की ऐतिहासिक नगरी सारंगढ़ की कुलदेवी समलाई मंदिर और चंद्रपुर की प्रसिद्ध शक्तिपीठ माँ चन्द्रहासिनी मंदिर के मध्य ग्राम गोडम के समीप दर्राभांठा में आयोजित भव्य विराट हिंदू महासम्मेलन में उस समय सम्पूर्ण वातावरण जय श्रीराम के नारों से गुंजायमान हो उठा जब गुरुदेव अजय उपाध्याय महाराज और हिंदू हृदय सम्राट प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने मंच से धर्मरक्षा का प्रखर संदेश दिया।

भूत, वर्तमान एवं भविष्य की सटीक जानकारी देने वाले व पर्चा बनाने वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध अजय उपाध्याय महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज देशभर में सनातन धर्म के विरुद्ध चल रहे षड्यंत्र और धर्मांतरण की साजिशें हिंदू समाज की अस्मिता पर सीधा प्रहार हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है जब हर सनातनी को अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने समाज से आह्वान करते हुए कहा कि हिंदू अब केवल सहनशील न रहें, बल्कि संगठित होकर धर्मविरोधी शक्तियों का डटकर सामना करें।
वहीं प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने अपने जोशीले संबोधन में कहा कि हिन्दू समाज को अब अपने आत्मगौरव को पहचानने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो ताकतें हिंदू समाज को बांटने या कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं, उन्हें अब करारा जवाब देने का समय आ गया है। सनातन धर्म केवल पूजा-पाठ का प्रतीक नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की सर्वोच्च पद्धति है, जो समरसता प्रेम और सत्य के मार्ग पर अग्रसर करती है।

आगे उन्होंने कहा यह घर वापसी हम कार्तिक उराँव को समर्पित करते हैं जिनकी कल जयंती थी, उन्होंने अपना पूरा जीवन जनजाति समाज के संस्कृति की रक्षा एवं उनके हक के लिए संघर्ष किया।
श्री सिंह ने आगे बताया कि उनके पिता दिलीप सिंह जूदेव द्वारा प्रारंभ किया गया घर वापसी मुहिम हमारे जीवन का आधार है और हम इसे जीवन पर्यंत आगे बढ़ाते रहेंगे। यह केवल एक अभियान ही नहीं है बल्कि, एक राष्ट्र निर्माण कार्य है जो हमारी संस्कृति, परंपरा और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
इस गरिमामय अवसर पर अंजू गबेल, हिंदू धर्म सेना के पदाधिकारी एवं अनेक श्रद्धालु, कार्यकर्ता और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूरा कार्यक्रम हिंदू एकता और सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना के संकल्प के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में पर्चा वाले बाबा के नाम से विख्यात पंडित अजय उपाध्याय के सानिध्य में आयोजित इस पावन अवसर पर 140 धर्मांतरित बंधुओं की अखिल भारतीय घरवापसी सम्पन्न हुई। इस ऐतिहासिक आयोजन में प्रमुख अतिथि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने सभी 140 धर्मांतरित बंधुओं के पैर पखारकर उन्हें विधिवत सनातन धर्म में वापस स्वागत किया।
कार्यक्रम में घर वापसी छत्तीसगढ़ प्रांत की संयोजिका श्रीमती अंजू गबेल का विशेष सहयोग रहा।कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय भूषण पांडेय अध्यक्ष जिला पंचायत सारंगढ़ ने की। मुख्य मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में राजकुमार चौधरी प्रान्त प्रमुख धर्मजागरण, श्रीमती मेहर बाई नायक स्वाध्याय प्रमुख, पूर्व विधायक केराबाई मनहर, ज्योति पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष, मुक्ता वर्मा, उषाकला, रेख बाई रामनामी, गुलाराम रामनामी, आचार्य श्रीराम भगत रामनामी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने युवा टीम में मुख्य रूप में रवि तिवारी, किशन गुप्ता, इशांत शर्मा, धीरज सिंह सक्रिय रहें। कार्यक्रम का सफल संचालन अमित गोगले ने किया।

