
💥 कई उद्योगों में बिना सेफ्टीबेल्ट के कामगारों से कराये जा रहे काम।
💥संबंधित विभाग की कागजी खानापूर्ति से उद्योग प्रबंधनों के हौसले बुलंद।
💥कंपनियों की सुरक्षा चाक-चौबंद, किन्तु मजदूर असुरक्षित।
तहतक न्यूज/रायगढ़, छत्तीसगढ़।
औद्योगिक नगरी रायगढ़ को न जाने किसकी बुरी नजर लग गयी है जो कि उद्योगों में लगातार हादसे हो रहे हैं।तमाम कोशिशों के बावजूद उद्योगों में बेगुनाह लोगों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विगत दिनों एनआर इस्पात में ऊंचाई से गिरने की घटना के बाद अब जिंदल में भी ऐसे ही एक दर्दनाक घटना का मामला सामने आया है। तमनार स्थित जेपीएल के यूपीएस रूम में एसी सुधार करने के दौरान 25 फीट ऊंचाई से गिर कर एक मैकेनिक की मौत हो गयी।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूँजीपथरा के ग्राम बिलासखार निवासी राजेश्वर धोबा पिता राम सिंह धोबा (24 वर्ष) तमनार के जिंदल पॉवर लिमिटेड में पिछले तीन वर्ष से ठेकेदार के अंतर्गत एसी सुधारने का कार्य करता था। 13 मई को दोपहर लगभग डेढ़ बजे जेपीएल के यूपीएस रूम में एसी का काम करने के लिए 25 फीट ऊपर चढ़ा था। कार्य के दौरान अचानक संतुलन बिगड़ा और नीचे आ गिरा। कंपनी प्रबंधन द्वारा आनन-फानन में फोर्टिस हॉस्पीटल तमनार भेजा गया जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद ओपी जिंदल हॉस्पिटल रायगढ़ रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों के अथक प्रयास के बावजूद मौत से संघर्ष कर रहे राजेश्वर ने आखिरकार 18 मई की रात करीब 11 बजे अन्तिम साँस ली।
रायगढ़ के आबोहवा में जहाँ उद्योगों ने जहर घोल रखा है और पूरे पर्यावरण को खतरे में डाल डाल दिया है, वहीं आएदिन किसी न किसी फैक्ट्री में हो रहे हादसों ने कथित सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। कुछ दिन पहले एनआर इस्पात में हुए हादसे में जहाँ बिना सेफ्टीबेल्ट के एक श्रमिक की जान चली गयी थी, ठीक उसी तरह जिंदल पावर लिमिटेड में भी बिना सेफ्टीबेल्ट के ऊंचाई से गिरने की हृदय विदारक घटना ने एक हँसते-खेलते परिवार की खुशियाँ छीन ली।