
💥जिंदल के अफसर की कथित दबंगई से त्रस्त ग्रामीणों ने एसपी व कलेक्टर से की शिकायत।
💥कलमा बराज के पाईप लाइन से किसानों को पानी देने के नाम पर डिप्टी मैनेजर करते हैं अवैध वसूली।
💥गिरते पानी को लेने पर देते हैं झूठी एफआईआर की धमकी।
💥थाने में ग्रामीणों की नहीं कोई सुनवाई, आना पड़ा जिला मुख्यालय।
💥“पानी दो नहीं तो हटाओ हमारे जमीन से अपना पाईप लाइन।
तहतक न्यूज/रायगढ़, छत्तीसगढ़।
जेपीएल प्लांट तमनार द्वारा पुसौर ब्लॉक के कोतासुरा और कारीछापर के बीच पाइप लाइन खींचकर कलमा बैराज से पानी सप्लाई का मुद्दा इन दिनों विवादों में घिरा हुआ है। दरअसल, पुसौर क्षेत्र के बाशिंदों ने यह आरोप लगाते हुए खलबली मचा दी है कि जेपीएल के डिप्टी मैनेजर प्रशांत गुप्ता द्वारा कोतासुरा और कारीछापर में चेक पॉइंट और चेम्बर को तोड़कर किसानों को कृषि कार्य के लिए गर्मी के महीने में धान की फसल लगाने के लिए करीब 100 एकड़ के लिए पानी देने के नाम पर अवैध वसूली किया जा रहा है। यही नहीं, दाल पकाने के लिए महज 5 लीटर पानी लेने पर जिंदल का यह अधिकारी ग्रामीणों को थाने में झूठी रिपोर्ट लिखवाते हुए उन्हें फंसाने की धमकी भी देते हैं। यही वजह है कि जिंदल के अफसर की कथित दबंगई से त्रस्त गांव के महिला-पुरूषों ने पुसौर थाना और एसपी से लेकर कलेक्टर तक शिकायत करते हुए पाइप लाइन से पानी दिलाने की फरियाद की है।

बता दें कि जिला मुख्यालय से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर से रायगढ़ आकर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के अलावे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी दिव्यांग पटेल को प्रेषित शिकायत पत्र में जेपीएल के डिप्टी मैनेजर प्रशांत गुप्ता (लाइजन) के खिलाफ आग उगलने वाले कोतासुरा के बाशिंदों ने बताया कि कोतासुरा और कारीछापर के मध्य में जिदंल पावर प्लांट के द्वारा पाइप लाईन बिछाकर कलमा बैराज से पानी तमनार पावर प्लांट तक लिया गया है, जो दोनों गांवों से होकर गुजरती है। कोतासुरा और कारीछापर में चेक पाइंट तथा चेम्बर को तोड़कर किसानों को कृषि कार्य के लिए गर्मी महीने में धान फसल लगाने लगभग 80 से 100 एकड़ के लिए पानी देकर किसानों से अवैध वसूली कर रहे हैं। यही नहीं, वे जिदंल पावर प्लांट के प्रति बेईमानी भी कर रहे हैं। जब ग्राम कोतासुरा के लोगों द्वारा गिरते हुए पानी को दाल पकाने और अन्य कार्य के लिए 5/10 लीटर लेने पर झूठा रिपोर्ट कर फंसाने की धमकी दी जाती थी। वर्तमान में कुछ व्यक्तियों के विरूद्ध थाने में झूठा रिपोर्ट भी करा चुके हैं। इस प्रकार जिले के नामी-गिरामी प्लांट के प्रशांत गुप्ता की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। किसानों से अवैध वसूली और कोतासुरा के ग्रामीणों को प्रताड़ित करने को लेकर ग्राम वासी प्रशांत गुप्ता के विरुद्ध उचित कार्यवाही चाहते हैं।

पानी नहीं दिए जाने पर ग्राम पंचायत कोतासुरा से पाइप लाइन हटाने की पुरजोर मांग के साथ ग्रामीणों ने पुलिस कप्तान से यह भी निवेदन किया कि प्रशांत गुप्ता (जिदंल पावर प्लांट तमनार) के विरूद्ध उचित कार्यवाही करते हुए ग्रामीणों को पाइप लाईन से पानी उपलब्ध कराने की कृपा करें। जेपीएल के डिप्टी मैनेजर प्रशांत गुप्ता के खिलाफ शिकायत कर्ताओं में कोतासुरा सरपंच दिलीप माली, पंच केहर राम, विनोद पटेल, रामनाथ सिदार, भोजराम, गौरांग सिदार, राजेन्द्र मालाकार, जितेंद्र पटेल, राकेश सिदार, प्रेमशंकर मालाकार, राजू मालाकार, रूपानंद मालाकार, शांति मालाकार, इंदु मालाकार, भगवती मालाकार और रत्ना सिदार सहित अन्य ग्रामीण जन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।