
तहतक न्यूज/रायगढ़।
रायगढ़ शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली केलो नदी को डेड लाइन की संज्ञा देने की कुचेष्टा करने वालों की अवांछनीय हरकत एक बार फिर से सामने आयी है। केलो नदी तट पर बेलादूला खर्राघाट पुल के पास एक नवजात शिशु का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है।
स्थानीय लोगों ने जब नदी के किनारे पर तैरते एक नवजात शिशु के शव को देखा, तो उन्होंने तुरंत चक्रधर नगर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और शिशु के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल भिजवाया। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है किन्तु समाचार लिखे जाने तक शिशु को फेंकने वाले का कोई पता नहीं चल पाया है। नवजात शिशु को नदी में किसने और क्यों फेंका इस बात को लेकर स्थानीय लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं।
शहर में इस तरह की हैरान कर देने वाली घटनाएं एक के बाद एक लगातार प्रकाश में आ रही हैं, जोकि सभ्य समाज के लिए नासूर बनता जा रहा है। बात तह तक की करें तो ऐसी अशोभनीय घटनाएं पश्चिमी अंधानुकरण का ही परिणाम है। बात करें कथित आधुनिक युवा पीढ़ी की, तो ये भारतीय संस्कृति को धीरे-धीरे त्याग कर विदेशी सभ्यता को अपना कर अपनी कुल खानदान और माता-पिता की इज्जत व मान-सम्मान को मिट्टी में मिला रहे हैं। लिव इन रिलेशन शिप को बढ़ावा दिये जाने से जहाँ चाल, चेहरा और चरित्र का जो विकृत रूप देखने को मिल रहा है, तो वहीं आधुनिकता के नाम पर देश की प्राचीन संस्कृति व परंपराओं का अनादर किया जा रहा है।