तहतक न्यूज/शुक्रवार/25अक्टूबर 2024/जयपुर।
वर्तमान समय को भले ही हाई टेक का जमाना कहा जाता हो और मानव समाज अपने-आप को कपोल-कल्पित उच्च सभ्यता का प्राणी मानता हो लेकिन आज वही इंसान ढोंग-ढकोसलों, अंधविश्वास और रूढ़िवादी परंपराओं में अभी भी उलझा हुआ है ये हम नहीं, समाज में हो रही घटनाएं कह रहीं हैं। ऐसी ही एक अविश्वसनीय घटना में राजस्थान में जयपुर के नीमकाथाना में एक मां ने अपने ही नवजात बेटे को मौत के घाट उतार दिया, इस घटना को जिसने भी सुना उसकी रूह कांप गई।
पुलिस के अनुसार नीमकाथाना जिले के डाबला थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत जीलो में 19 दिन के नवजात की पानी की टंकी में डूबो कर उसकी ही मां ने अंधविश्वास के चलते हत्या कर दिया।
पूछताछ में मृत बच्चे की मां सरोज ने बताया कि मंगलवार रात को वो अपने बच्चे के साथ सो रही थी। नींद लगी तो एक सफेद साड़ी पहने महिला सपने में आई और कहा कि उसका बेटा सही नहीं है उसे मारना होगा, ये कहकर वो गायब हो गई। इसके बाद उसकी नींद खुल गई वो काफी डर गई थी। उसने अपने बच्चे को गोदी में उठाया और कमरे के बाहर पानी की टंकी में बच्चे को डाल दिया और वापस आकर अपने बिस्तर पर सो गई।
एक बजे के आसपास उसकी सास उठी तो बच्चा गायब मिला। जिस पर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया और बार-बार अपने बेटे को पुकारती रही।
बच्चे की बुआ पिंकी की मानें तो शादी के 8 साल बाद भाई कृष्ण कुमार और भाभी सरोज देवी के संतान हुई थी। उसने बताया कि रात करीब 12 बजे मां की आंख खुली, उन्होंने देखा तो बच्चा नहीं था। मां के शोर मचाने पर सभी जागे और घर के कमरों, छत और बाहर देखा, लेकिन भतीजा नहीं मिला। आगे उसने बताया कि उसने मंगलवार शाम को घर के बाहर रखी प्लास्टिक की पानी की टंकी भरकर ढक्कन लगाया था।
बच्चे को ढूंढ़ते हुए टंकी तरफ गयी तो ढक्कन खुला मिला वह उसे बंद करने गई। अंदर देखने पर भतीजा दिखाई दिया और भतीजे को देखते ही मेरी चीख निकल गई। आवाज सुनकर परिवार के लोग बाहर आए और टंकी को खाली कर बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन बच्चे की मौत हो चुकी थी।