
तहतक न्यूज/पूँजीपथरा-रायगढ़, छत्तीसगढ़।
चोरों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वे कहीं भी किसी भी भारी से भारी चीज को दिन-दहाड़े हाइड्रा से उठा कर ले जा रहे हैं और किसी को भनक तक नहीं लग रही। जी हाँ, पूंजीपथरा पुलिस ने ऐसे ही तीन आरोपियों को पकड़ा है जिन्होंने बीएसएनएल टावर में लगे भारी-भरकम इंजन आलटरनेटर सेट को ही गायब कर दिया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिंदल इंडस्ट्रियल पार्क स्थित 2006 में स्थापित बीएसएनएल टॉवर में लगे जनरेटर सेट को 12 नवम्बर की दोपहर अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। 15 नवम्बर को बीएसएनएल घरघोड़ा में पदस्थ कनिष्ठ दूर संचार अधिकारी मुकेश कुमार सिदार के शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू की। शांत प्रकृति किन्तु तेज दिमाग के धनी अनुभवी थाना प्रभारी राकेश कुमार मिश्रा के कुशल नेतृत्व में टीम ने घटना स्थल की बारीकी से पड़ताल करते हुए सीसीटीव्ही कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें संदिग्ध पिकअप वाहन सीजी 13 ए जेड 2008 दिखाई दिया। पूँजीपथरा पुलिस ने वाहन की लोकेशन ट्रेस करते हुए आखिरकार पिकअप चालक पनबुड़ी कुजूर को धर दबोचा। पूछताछ में उसने तीन संदिग्ध युवकों के नाम बताये, जिनमें काली चरण निषाद, अमित और दुर्योधन उरांव के नाम शामिल थे।
पुलिस ने अमित के घर दबिश दी, परन्तु वह फरार हो गया था। इसके बाद टीम चंद्रपुर के ग्राम कलमा पहुँची और दुर्योधन उरांव व काली चरण को हिरासत में लिया, पूछताछ में आरोपी दुर्योधन उरांव ने बताया कि उसने जिंदल इंडस्ट्रियल पार्क गेट के पास लगे बीएसएनएल टॉवर में जनरेटर देखा और उसे चोरी करने की योजना बनाई। 12 नवम्बर को वह काली चरण के साथ मोटरसाइकिल से रायगढ़ आया और साथी अमित से मिला, तीनों ने ढीमरापुर चौक से पिकअप चालक पनबुड़ी कुजूर को साथ लिया और पूँजीपथरा पहुँचे।
आरोपीगण एक हाइड्रा क्रेन किराये पर लेकर टॉवर के पास पहुँचे और जनरेटर को उठाकर पिकअप में लोड कर फरार हो गए। बाद में काली चरण के निशानदेही पर जनरेटर, दुर्योधन उरांव से चोरी में प्रयुक्त मोटरसाईकल तथा पनबुड़ी कुजूर से पिकअप बरामद की गयी। साथ ही अपराध में उपयोग की गयी हाइड्रा को भी जब्त की गयी है। फरार आरोपी अमित की तलाश जारी है। । आरोपियों द्वारा संगठित होकर अपराध करने को लेकर संगठित अपराध की धारा 112(2) BNS जोड़ा गया है, मामले की जांच जारी है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन तथा एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और साइबर डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में चोरी के माल की पतासाजी और आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी राकेश मिश्रा, उपनिरीक्षक विजय एक्का, सहायक उपनिरीक्षक जयराम सिदार, प्रधान आरक्षक विनीत तिर्की तथा आरक्षक अभिषेक द्विवेदी, ओमप्रकाश तिवारी, आदिकांत प्रधान, हेमसागर पटेल, विक्रम कुजूर और नरेंद्र पैकरा की सराहनीय भूमिका रही।
