
💥कोयला खदान के लिए फर्जी सहमति पत्र का आरोप।
💥सचिव ने भी दस्तखत से किया इनकार; प्रशासन से जांच और कार्रवाई की मांग।
💥क्षेत्र के दर्जनों गाँव के सरपंच हुए लामबंद।
तहतक न्यूज/तमनार-रायगढ़, छत्तीसगढ़।
गारे-पेलमा सेक्टर-2 कोल ब्लॉक का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाजेंको द्वारा प्रस्तुत किया गया ग्रामसभा सहमति पत्र को पूरी तरह से फर्जी बताया जा रहा है और इस फर्जी ग्रामसभा सहमति पत्र के खिलाफ क्षेत्र के दर्जनों सरपंचों व ग्रामीणों ने थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज करायी है।

ग्रामपंचायत सराईटोला में कराई गई 8 अक्टूबर 2022 की ग्रामसभा को पूरी तरह फर्जी बताते हुए ग्रामीणों का कहना है कि जयशंकर राठिया, जिसकी अध्यक्षता में ग्रामसभा का होना बताया गया है, गांव में इस नाम का कोई व्यक्ति है ही नहीं। इस ग्रामसभा की एनओसी में क्रमांक तक नहीं है। यही नहीं, इस फर्जी दस्तावेज में पंचायत सचिव ने भी दस्तखत से इंकार किया है।
बता दें कि ग्रामसभा की कार्यवाही 8 अक्टूबर 2022 की बतायी गयी है और तत्काल चार दिन बाद ही 12 अक्टूबर 2022 को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी हो गयी। इस प्रकार आनन-फानन में जारी दस्तावेजों की वैधता संदेहास्पद ही नहीं पूर्णतया अवैध मानी जा रही है।
फिलहाल, महाजेंको के इस महा फर्जीवाड़े से क्षेत्र वासियों में जबरदस्त आक्रोश का माहौल है और उन्होंने न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस लिया है। ऐसे में जहाँ महाजेंको की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, वहीं अडानी के मनसूबे पर पानी फिरता नजर आ रहा है। अब जब महाजेंको और अडानी की कलई खुल ही गयी है तो देखना दिलचस्प होगा कि इस फर्जीवाड़े मामले में शासन-प्रशासन क्या कुछ कदम उठाती है?