
तहतक न्यूज/रायगढ़। शहर के कोतरारोड स्थित श्री राधा कृष्ण प्रणामी मंदिर में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी आज 9 जून की संध्या महाराजा श्री छत्रसाल जी का जयंती बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ आयोजित किया जा रहा है। आयोजकों ने सभी प्रेमी जनों को आज संध्या सात बजे मंदिर में पधार कर छत्रसाल जयंती समारोह में शामिल होने का विनम्र आग्रह किया है।
आपको बता दें कि महाराजा छत्रसाल धार्मिक प्रवृति के परम प्रतापी,शक्तिशाली, पराक्रमी योद्धा और कुशल शासक थे। मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड का अतीत बहुत ही ऐतिहासिक और गौरवशाली रहा है। क्योंकि यहीं पर 28 वें कलयुग में प्रकट होने वाले एक परब्रह्मा अक्षरातीत श्री कृष्ण ने श्री प्राणनाथ के रूप में पद्मावती पुरी धाम ’पन्ना’ को अपनी राजधानी बनाया था और उन्हें ऐसे महाबाहुबली पराक्रमी महाराजा श्री छत्रसाल जी मिले जिन्होंने धर्म के सेवा में खुद को स्वामी जी पर तन मन धन से न्योछावर कर दिया था। इतिहास साक्षी है कि यही एक मात्र ऐसे राजा थे जिन्होंने औरंगज़ेब के साथ 100 से अधिक युद्ध लड़े और सब पर विजय हासिल कर बुंदेलखंड रूपी विशाल राज्य की स्थापना की। तब,बच्चे-बच्चे के मुख से यही शब्द निकलते थे।
छत्ता तेरे राज पर ,धक-धक धरती होय।
जीत-जीत घोड़ा मुंह करें, तित-तित फते होय।।
हमारे भारत देश के पावन भूमि ने ऐसे अनेकों पराक्रमी, शक्तिशाली, वीर, प्रतापी राजाओं, वीरांगनाओं,महा पुरुषों व साधु-संतों को जन्म दिया है जिन्होंने आन, बान और शान के साथ अपना सर्वस्व जीवन इस देश के लिए समर्पित कर दिया। ये हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है कि हम उस देश के वासी हैं जिस देश का ऐसा महान गौरवशाली इतिहास है।