तहतक न्यूज/रायगढ़ > इक्कीसवीं सदी में भारत का आधुनिक सभ्यता के साथ साथ आध्यात्म की ओर बढ़ता कदम, मानव जीवन के लिए निश्चित ही एक सुखद भविष्य का संकेत है। भारतीय जनजीवन अपने समृद्ध प्राचीन धर्म कर्म,संस्कृति तथा परंपराओं को लेकर पूरी दुनिया में अपना विशेष महत्व रखता है। ऐसे में वर्तमान समय में आये दिन कहीं न कहीं धार्मिक आयोजन देखने को मिल रहा है। आस्था व भक्ति के वातावरण में श्रीमदभगवत कथा का आयोजन हर शहर और हर गाँव में हो रहे हैं। इस कड़ी में ग्राम लाखा में भी नव दिवसीय संगीतमय श्रीमदभगवत कथा ज्ञान यज्ञ का कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ से आयीं कथा वाचिका धात्री पंडा के मुखारविन्द से परीक्षित जन्म, ध्रुव व भरत चरित्र,रामावतार,कृष्णजन्मोत्सव,माखन चोरी,रुक्मणि विवाह तथा सुदामा चरित्र की कथा का श्रवणपान कर लोग जहाँ अक्षय पुण्य के भागी बने तो वहीं गाँव का सम्पूर्ण वातावरण श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हो उठा। कार्यक्रम के अन्तिम दिन याज्ञाचार्य पंडित कुलदीप वैष्णव के सान्निध्य में पूर्णाहुति कर महाप्रसाद का वितरण किया गया। पार्वती महिला स्व सहायता समूह द्वारा आयोजित इस कथा समारोह के सफलता पूर्वक समापन में मदना दूबे, श्याम बाई महंत, संतोषी दूबे, गायत्री यादव, सुधा महंत, निशा सिंह, गायत्री श्रीवास, सुनीता शर्मा, केवती चौहान, राधिका चौहान, राजन बाई महंत, उषा उरांव सहित ग्राम के प्रबुद्ध जनों व युवाओं की मुख्य भूमिका रही।