
तहतक न्यूज/ सारंगढ़-बिलाईगढ़, छत्तीसगढ़। जिले के ग्राम पंचायत गोबरसिंहा में जमीन विवाद का अजीब मामला सामने आया है जिसमें अवैध कब्जाधारियों को तहसीलदार द्वारा बेदखली नोटिस जारी किये जाने पर इसके ठीक उलट ग्राम सरपंच के द्वारा शासन-प्रशासन से प्रशासनिक कार्रवाई को रोकने की गलत माँग की गयी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार सरिया कार्यालय से ग्राम गोबरसिंहा के कुछ व्यक्तियों के विरुद्ध सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर बेदखली आदेश जारी किया गया था। प्रशासन द्वारा जारी आदेश के बाद यह अपेक्षा की जा रही थी कि पंचायत प्रशासन इस कार्रवाई में सहयोग करेगा और ग्राम में शासन की नीतियों का पालन सुनिश्चित करेगा। परंतु इसके विपरीत सरपंच उज्ज्वल मिरी ने जिला कलेक्टर बिलाईगढ़ को पत्र भेजकर तहसीलदार द्वारा की जा रही बेदखली की कार्यवाही को “स्थगित” करने की मांग कर दी।
पत्र में सरपंच ने दावा किया है कि उक्त भूमि विवादित है और मामला न्यायालय में लंबित है, इसलिए बेदखली की कार्रवाई रोक दी जाए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि संबंधित व्यक्तियों के घर लंबे समय से बने हुए हैं और कार्रवाई से ग्राम में असंतोष फैल सकता है। वहीं दूसरी ओर ग्रामवासियों का कहना है कि सरपंच उज्ज्वल मिरी स्वयं भी उसी भूमि क्षेत्र में वर्षों से कब्जाधारी हैं, और इसी कारण वे प्रशासनिक कार्रवाई को रोकने के प्रयास में लगे हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं ताकि खुद का और अन्य कब्जाधारियों का कब्जा बरकरार रहे।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई तो यही अशांति का कारण बनेगा, क्योंकि शासकीय भूमि पर वर्षों से कब्जा होने से गांव के विकास कार्यों पर भी रोक लगी हुई है।