
💥दनादन बन रहीं सड़कें मगर पुल-पुलियों की अनदेखी क्यों..?
💥क्या किसी बड़ी अनहोनी का हो रहा इंतजार..?
💥लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे वाहन चालक, अभिशप्त बना पुलिया।
💥हादसों को रोकने के बजाय किये जा रहे बचाव के उपाय..?
तहतक न्यूज/रायगढ़, छत्तीसगढ़।
रायगढ़-घरघोड़ा मुख्यमार्ग अभिशप्त हो चला है। इस क्षेत्र में जब से उद्योगों की स्थापना हुई है, तब से भारी वाहनों की आवा-जाही में काफी वृद्धि हुई है और सड़क हादसे भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी कड़ी में चिराईपानी पुलिया में कल फिर एक ट्रेलर हादसे का शिकार हो गया। इधर यातायात पुलिस लाख प्रयास कर रही है किन्तु सड़क दुर्घटना का यह तांडव नृत्य थमने का नाम ही नहीं ले रहा।

क्यों नहीं थम रहा? यह सोचने-समझने वाली बात है, आम जनता के मन में ये बात उठ रही है कि हेलमेट, तीन सवारी, मॉडिफाई साइलेंसर और सीटबेल्ट पर ही ध्यान देने से आंकड़े कम नहीं होंगे। हादसे न हो इस पर भी ध्यान देने की जरुरत है। उपाय केवल बचने के किये जा रहे हैं रोकने के लिए नहीं! यदि सड़क और क्षतिग्रस्त पुल-पुलियों को भी ढंग से सुधारे जायें तो निश्चित ही हादसे कम होंगे।

बात करें चिराईपानी के समीप एक क्षतिग्रस्त पुलिया की, तो यहाँ आये दिन कोई न कोई वाहन पलटता रहता है। यह पुलिया ऐसे जगह पर है जो दोनों ओर से ढाल और अंधे मोड़ के बीच में है। तेज रफ्तार वाहन, अचानक मोड़ और उसके तुरंत बाद पुलिया जोकि रेलिंग टूटे होने की वजह से दिखायी नहीं देता, जाहिर है कि वाहन का संतुलन बिगड़ेगा और सीधे नाले में जा गिरेगा।

इस सड़क पर जो अक्सर आना-जाना करते हैं वो सतर्क हो कर बच निकलते हैं लेकिन जो चालक पहली बार आता है वही दुर्घटना का शिकार हो जाता है। यही कारण है कि आये दिन यहाँ इस तरह की तस्वीरें अक्सर देखने को मिलती रहती हैं। अब सवाल उठता है कि इस तरह की दुर्घटनाओं का आखिरकार कौन है जिम्मेदार?
एक तरफ रायगढ़ विधायक एवं वित्तमंत्री ओपी चौधरी जिले के विकास एवं जन कल्याणकारी कार्यों के लिए लाखों-करोड़ों के सौगातों की झड़ी लगा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ यह अभिशप्त पुलिया संबंधित विभाग की लापरवाही का दंश झेलते हुए अपने उद्धार के लिए सालों से बाट जोह रही है।