
💥23 अक्टूबर को होने जा रही है एन.आर.इस्पात की महा विस्तार की जनसुनवाई।
💥क्या है जनसुनवाई का अर्थ…? क्या.. समझ पाती है भोली भाली ग्रामीण जनता….?
💥200 की रोजी कमाने वाली ग्रामीण जनता के लिए 500 रु. का लालच.. बदल देता है मूड…?
💥कैसे बदल जाते हैं विरोध के सूर …समर्थन के लय ताल में…?

तहतक न्यूज/बुधवार/10अक्टूबर 2024/रायगढ़।
भयानक प्रदूषण की मार झेल रहा रायगढ़ जिला अब भयंकर से भी अति भयंकर की स्थिति से गुजरने वाला है। विकास की आड़ में उद्योगों के विस्तार के नाम पर जिस तरह से यहाँ के पर्यावरण से खिलवाड़ किया जा रहा है निःसंदेह अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने वाली जैसी स्थिति निर्मित हो गयी है और प्रभावित आम जनता जिनके समर्थन पर अनुमति की पूरी प्रक्रिया टिकी हुई है, चंद मुद्रा की लालच में आकर भटक जाएगी और प्रकृति के दुश्मन जहाँ अपने मकसद पर कामयाब हो जायेंगे तो वहीं पर्यावरण पनाह मांगती नजर आएगी । आपको बता दें कि एन. आर. कंपनी को आगामी दिवस 23 अक्टूबर को आयोजित लोक सुनवाई में आमजनों की समर्थन की आवश्यकता है और इस लोक सुनवाई को सफल बनाने कंपनी द्वारा हर वो हथकंडे अपनाये जायेंगे जिसकी सफलता के लिए वो कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हालांकि स्थानीय लोगों में विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं किन्तु वर्तमान समय में चाँदी के जूतों की चमक इतनी तेज है कि लोग चाँदी की दूधिया सफेदी के आगे वो नतमस्तक नजर आएंगे। अभी फिलहाल आसपास के नजदीकी ग्राम जैसे सराईपाली, गौरमुड़ी, देलारी, पाली, शिवपुरी, गेरवानी, लाखा, चिराईपानी और गेरवानी जैसे ग्राम इस कंपनी के जद में ज्यादा प्रभावी नजर आ रहे हैं।अब देखना ये लाजमी होगा कि स्थानीय ग्रामवासियों को रिझाने के लिए एन. आर. कंपनी क्या कुछ नया तोहफा देने जा रही है …?
