
तहतक न्यूज/बुधवार/09अक्टूबर 2024/रायगढ़।
जिले में उद्योग प्रबंधनों की मनमानी चरम सीमा पर है। इनके गैर जिम्मेदाराना रवैये से स्थानीय ग्रामीणों को अनेकों परेशानियों से अक्सर जूझना पड़ता है जिससे आये दिन उद्योगों और स्थानीय ग्रामवासियों के बीच टकराव की स्थिति निर्मित होती रहती है। आपको बता दें कि मंगलवार की सुबह जिंदल कंपनी के खिलाफ आधे दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोलते हुए कंपनी के यार्ड का ताला बंद करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि कंपनी प्रबंधन के द्वारा लापरवाही बरतते हुए गर्म स्लैग को बिना तिरपाल ढके यार्ड तक लाया जाता है जिससे इस क्षेत्र में कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिला मुख्यालय से तकरीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पतरापाली स्थित जिंदल कंपनी के खिलाफ आज सात गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोलते हुए सुबह 09 बजे से परसदा गांव के पास स्लैग यार्ड के पास पहुंच गए और यार्ड का गेट बंद करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि जिंदल कंपनी से निकले गरम स्लैग जो यार्ड में लाया जा रहा है, उसे ढंक कर लाया जाए और इस मार्ग में चलने वाले भारी वाहनों की तेज रफ्तार पर अंकुश लगायी जाय। इस दौरान ग्रामीणों ने काफी देर तक यहां बैठकर अपना विरोध जता रहे थे। इस मामले की जानकारी लगने के बाद कंपनी के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाईश देते हुए स्थिति सुधारने का आश्वासन दिया गया तब कहीं जाकर करीबन 01 बजे ग्रामीणों ने अपना विरोध समाप्त किया।
विरोध प्रदर्शन में शामिल परसदा, मुरारीपाली, डोंगाधकेल, केराझर, किरोड़ीमल नगर, चिराईपानी व उच्चभिट्ठी के ग्रामीणों की मानें तो ने जिंदल कंपनी से भारी वाहनों में बिना तिरपाल ढके गरम स्लैग निकालकर यार्ड लाया जाता था, इस दौरान रास्ते के कई गांव के लोगों के अलावा इस मार्ग से गुजरने वाले राहगिरों को भी चलने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही यहां की सडक़ भी खराब हो रही है। आगे और बताया कि इससे पहले जिंदल के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के लिए कई बार शिकायत कर चुके हैं। इसके बावजूद कंपनी प्रबंधन द्वारा उनकी इस समस्या पर जरा भी ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते आज उन्हें आंदोलन का रूख अख्तियार करना पड़ा।
आक्रोशित ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन पर जिंदल कंपनी के महाप्रबंधक हेमंत वर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा किए जा रहे विरोध की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाईश दी गई है। ग्रामीणों को हो रही परेशानी दूर करने व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। जिसके बाद समझौता हो गया और विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया है।
