
तहतक न्यूज/बड़गांव। गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रति वर्ष करोड़ों रूपये का बजट रोजगार गारंटी योजना के तहत दिया जाता है जिससे गरीब मजदूरों को काम मिल सके और आम जनता को मूलभूत सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके लेकिन भारत सरकार के इस जन कल्याणकारी व महत्वपूर्ण “रोजगार गारंटी योजना” में गरीबों को रोजगार मिलने की गारंटी तो कम अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की वारंटी जरूर नजर आ रही है।
विश्वसनीय सूत्रों व समाचार एजेंसियों के माध्यम से मिल रही जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिला के लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जनपद पंचायत तमनार के ग्राम पंचायत बड़गांव में ग्रामीणों को रोजगार मुहैया व ग्राम वासियों के दैनिक आम निस्तारी के लिए अमृत सरोवर का कार्य स्वीकृत किया गया था परन्तु यह महत्वपूर्ण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। ग्रामवासियों को न तो रोजगार उपलब्ध हुआ और न ही अमृत सरोवर का पानी।
यहाँ सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात सामने आ रही है कि तथाकथित इस अमृत सरोवर में अधिकारी अविनाश ठाकुर द्वारा,जोकि टी ए के पद पर कार्यरत हैं,बिना कार्य के मूल्यांकन व मास्टररोल जारी कर दी गयी है तथा लगभग 1,19,000 की रकम का मास्टररोल भुगतान हेतु पेश भी कर दी गयी है। मिडिया में बात जब आयी तो गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए उक्त अधिकारी का कहना है कि यह पिछले वित्तीय वर्ष का भुगतान है बरसात होने के कारण भुगतान नहीं हो पाया था। दूसरी ओर कार्यक्रम अधिकारी पी. किंडो. का कथन है कि जानकारी मिली है कार्यवाही की जाएगी।इस प्रकार रोजगार गारंटी योजना के नाम पर सरकार के खजाने में सरकार के ही लोगों द्वारा जो सेंध लगायी जा रही है, बेहद ही खतरनाक व चिन्ताजनक स्थिति उत्पन्न कर रही है। शासन की जनहित योजनाओं के कार्य में मैदानी स्तर पर पलीता लगाते अधिकारी व कर्मचारियों की यह कारगुजारी जहाँ कई सवालों को जन्म दे रहा है वहीं आम जनता को सरकार के द्वारा दी जा रही सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार के न जाने ऐसे कई भ्रष्टाचार के मामले पनप रहे होंगे जिस पर न तो जन प्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न ही नेता व विधायक। अब जब भ्रष्टाचार का यह मामला प्रकाश में आ ही गया है तो इस पर क्या कार्यवाही होती है? और जब होती भी है तो क्या दोषियों को उचित दंड मिल पायेगा या फिर मामला ठन्डे बस्ते में चला जायेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।