
💥ग्रामीणों को बरगला कर खदान शुरू करने की साजिश हुई विफल।
💥ग्रामीणों से समर्थन में आने का कारण पूछने पर पत्रकारों से उलझ पड़े अडानी के कारिंदे।
💥अडानी के गुर्गों ने दी पत्रकारों को जान से मारने की धमकी
💥अडानी कंपनी के खिलाफ लामबंद हुए पत्रकार, चक्रधर नगर थाने में हुई शिकायत।
💥जिला ही नहीं पूरे राज्य में अडानी ग्रुप की हो रही किरकिरी।
तहतक न्यूज/रायगढ़, छत्तीसगढ़।
रायगढ़ जिले में आजकल चित्र-विचित्र तस्वीरें देखने को मिल रही हैं, जिससे यहाँ की जनता न केवल अचंभित है, अपितु नित नये-नये तरीके से घट रही घटनाओं से परेशान भी हो रही है। ऐसा ही एक अचरज और कौतुहल भरा दृश्य रायगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर में देखने को मिली जिसने कॉर्पोरेट जगत में विशिष्ट स्थान रखने वाले अडानी ग्रुप की प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिलाकर रख दिया है। बता दें कि बुधवार दोपहर जिलादंडाधिकारी के कार्यालय के बाहर अडानी कंपनी के गुर्गों द्वारा वहाँ उपस्थित पत्रकारों से न केवल दुर्व्यवहार किया गया, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी तक दी गई। पीड़ित पत्रकारों ने इस बाबत चक्रधर नगर थाने में लिखित शिकायत दी है और आरोपियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की माँग की है।

उल्लेखनीय है कि ऐसी अशोभनीय घटना रायगढ़ जिले में पहली बार हुआ है जिसमें किसी कंपनी के कारिंदों या गुंडों के द्वारा पत्रकारों से दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। दरअसल, महाजेंको के लिए कोयला उत्खनन करने अडानी कंपनी को गारे-पेलमा में खदान शुरू करने की इतनी हड़बड़ी हो गयी है कि वह येन-केन-प्रकारेण किसी भी हद तक जाने को तैयार है। इस तारतम्य में अडानी के गुर्गे ग्राम ढोलनारा के कुछ ग्रामीणों को खिला-पिला कर अपने बस व कार में भरकर कलेक्टर से मिलवाने ले आये जहाँ ग्रामीणों ने खदान शुरू करने का निवेदन किया।


मिलने के बाद जब वे कलेक्टोरेट परिसर में फोटो खिंचाने सभी एकत्रित हो रहे थे तभी अडानी कंपनी के एजेंट कई महिलाओं को चाय पीने इधर-उधर जाने से रोका, जिसे देखकर वहाँ मौजूद पत्रकारों ने जब ग्रामीणों से समर्थन में आने का कारण पूछा तो ग्रामीण जवाब नहीं दे पा रहे थे। वहीं, माहौल को अपने खिलाफ जाते देख अडानी कंपनी के एजेंटों ने ग्रामीणों को वापस जाने को कहा। इसी दौरान पत्रकारों ने जब एजेंटों से सवाल किया तो अडानी कंपनी के गुर्गे जो पहले से तैनात थे भड़क गए और पत्रकारों को गुंडा कहने लगे। जब इस बात का पत्रकारों ने विरोध किया तो उन्होंने जान से मारने की धमकी तक दे डाली। इस प्रकार लगभग आधे घंटे तक कलेक्टर कार्यालय के ठीक बाहर हंगामा होता रहा, पुलिस भी कंपनी के लोगों के साथ तमनार से आई थी। पत्रकारों ने धैर्य व संयम से काम लिया और थाना चक्रधर नगर जाकर अडानी कंपनी के गुर्गों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की लिखित शिकायत की। थाना प्रभारी बीआर साहू ने दर्जनों पत्रकारों के हस्ताक्षर वाली शिकायत पत्र लेते हुए विधिवत कार्रवाई का आश्वासन दिया, क्योंकि वे खुद मौका-ए-वारदात पर मौजूद थे और उनकी ही टीम ने विवाद को मौके पर शांत कराया।
विदित हो कि तमाम विरोधों के बावजूद बीते महीने मुड़ागांव में हजारों पेड़ों को अडानी कंपनी द्वारा काट दिया गया। खदान की जद में आने वाले 9 ग्राम पंचायतों के 14 गांव कंपनी के विरोध में है। मुडागांव के बाद 9 गांव से सटे जंगलों को चोरी छिपे काटने से अडानी कंपनी के मंसूबे इतने बढ़ गए हैं कि वह किसी को कुछ नहीं समझती। कंपनी के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ अब पत्रकार बिरादरी खड़ी हो गई है। पत्रकारों के सवाल पूछने पर उन्हें गुंडा कहा जाना और फिर विरोध करने पर जान से मारने की धमकी तक देने के मामले में जिले की पत्रकार बिरादरी में रोष व्याप्त है और वह आने वाले समय में इसका पुरजोर विरोध करेगी। अडानी कंपनी के गुर्गों की करतूत कैमरे में कैद हो गई है और वायरल भी हो रही है। जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर पर कंपनी की इस हरकत की थू-थू हो रही है। थाने में शिकायत के बाद पत्रकार बिरादरी अडानी कंपनी के खिलाफ विभिन्न मोर्चों पर लामबंद रहेगी।