रायगढ़। चैत्र नवरात्रि पर्व के समापन तिथि नवमी को प्रभु श्री राम लला के जन्मदिवस के रूप में हिन्दू समाज आदिकाल से मनाता आ रहा है परन्तु आज का यह रामनवमी महोत्सव भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज किया जायगा। अयोध्या के राममंदिर में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पश्चात् राम जन्मोत्सव का यह प्रथम अवसर है जिसे पूरा भारतवर्ष ही नहीं सम्पूर्ण जगत में विशेष त्यौहार के रूप में मनाया जा रहा है। हर नगर, हर शहर में भगवान राम की शोभा यात्रा धूमधाम से निकाली जा रही है। ऐसे सुअवसर पर कला व संस्कृति की नगरी रायगढ़ भला कहाँ पीछे रह सकता है? संस्कारधानी इस नगरी में भी अत्यंत हर्षोल्लास के साथ रामजन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। शहर के सभी चौक-चौराहों में लगे भगवा ध्वज पताकाओं से समुचा वातावरण नारंगी रंग में डूबा बसंतमय लग रहा था। जहाँ देखो उधर जयश्रीराम के नारे गूंज रहे थे।नटवर स्कूल मैदान से निकली विशाल तथा भव्य शोभायात्रा में जातपात व दलगत राजनीति से दूर सभी वर्ग व समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया तो वहीं शानदार झांकियों व नर्तक दलों की नयनाभिराम आकर्षक प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। इस भव्यतम शोभायात्रा में शहर के नागरिक ही नहीं अपितु आसपास के ग्रामीण जन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। अंत में शहर के सभी प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए रामजी की सवारी का समापन रामलीला मैदान में जाकर हुई।